अमेरिकी हमला: रातभर हुआ तीन न्यूक्लियर साइट्स पर हमला - Kya Iran Krega Palatwar?

अमेरिका ने इन 3 साइट्स पर किया हमला


रात के अँधेरे में, अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स — Fordow, Natanz और Isfahan — पर खूबसूरत तरीक़े से स्टील्थ बॉम्बर और टॉमहॉक मिसाइलों के ज़रिए हमला किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे “स्पेक्ट्राकुलर मिलिट्री सक्सेस” बताया और कहा कि ये हमने “कुल-मिलाकर नष्ट” कर दिया है।
अमेरिकी तर्क रहा कि इसका मकसद ईरान की न्यूक्लियर संभावनाओं को रोका जाए और इज़राइल पर हो रहे ज़बरदस्त दबाव को कम किया जाए ।



इज़राइल का साथ: नेतन्याहू ने दी सराहना

इस हमले के बाद इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तुरंत ट्रम्प की तारीफ़ की और कहा कि:
"आपने वह किया जो कोई और नहीं कर सकता। आज ट्रम्प और अमेरिका ने दुनिया बदल दी।"

नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इज़राइल अकेले भी ईरान की नाभिकीय क्षमता को खत्म करने में सक्षम था, लेकिन अब अमेरिका का साथ मिलकर काम और तेज हो जाएगा ।

ईरान का जवाब: मिसाइल से पलटवार

हमले के जवाब में ईरान ने 27 बैलिस्टिक मिसाइलों की एक बड़ी लहर इज़राइल की तरफ भेजी, जिसमें 11 नागरिकों के घायल होने की खबर आई है — जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इसे “संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन” बताते हुए चेतावनी दी है कि देश “हर संभव विकल्प” को अपनाएगा, जिसमें प्रतिशोध भी शामिल है ।

ट्रंप का बड़ा बयान



वैश्विक प्रतिक्रियाएँ और आपातकाल

यूएन महासचिव गुटेरेस ने इस हमले को “कट्टरता का इजाफ़ा” करार दिया, और दुनिया को सचेत करते हुए कहा कि यह अंतिम युद्ध की दहलीज़ पर ला सकता है ।
दूसरी तरफ़, रेपब्लिकन सांसदों की अधिकतर समर्थन में रही प्रतिक्रिया के बीच, डेमोक्रेट और कुछ रिपब्लिकन नेता इसे ‘अनियंत्रित और संवैधानिक उल्लंघन’ का उदाहरण बता रहे हैं ।
कुछ देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें ईरान की नाभिकीय क्षमता को सक्रिय रूप से रोका जाना चाहिए, लेकिन साथ ही वैश्विक शांति और स्थिरता की चिंता जताई।


निष्कर्ष: अब क्या होगा?

यह हमला मध्य-पूर्व को नाभिकीय संघर्ष की दहलीज़ पर ले गया है — अमेरिकी रूख ने क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को बदल दिया है।
अब बारी ईरान की है — वो क्या करेगी? सिर्फ मिसाइल हमला या कुछ और बड़े पैमाने पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है?
दुनिया का ध्यान टकराव से हटकर डिप्लोमैसी और वार्ता की ओर जाना चाहिए — तभी इस घातक चक्र से किसी को बचाया जा सकता है।


स्थिति की संक्षिप्त समीक्षा

पक्ष संक्षिप्त विवरण
अमेरिका निशाना: तीन इजराइल-समर्थित न्यूक्लियर साइट्स; ट्रम्प का शेवर्ड स्टैंड; चेतावनी दी कि कोई और भी टार्गेट हो सकता है
इज़राइल पूरी सपोर्ट; नेतन्याहू का बयान; एयर स्पेस बंद, संकट में पनाह तले इमरजेंसी घोषित
ईरान मिसाइल से पलटवार; विदेश मंत्री का जताया विरोध; कहा “संयुक्त राष्ट्र उल्लंघन”
वैश्विक यूएन की चेतावनी; पश्चिमी देशों का विभेद; शांतिपूर्ण समाधान की मांग बढ़ी                                                      

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